महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया॥ संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सु�
महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया॥ संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सु�